नई दिल्ली, 16 जनवरी 2020 दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस वार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, कि "मैंने भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जी का बयान सुना, सुनकर मुझे बड़ा ही दुख हुआ कि केंद्र सरकार के एक मंत्री, इतने संवेदनशील मुद्दे पर इतना बड़ा झूठ बोल रहे हैं"। "मैं आश्चर्यचकित हूँ, कि इतना बड़ा झूठ बोलते हुए प्रकाश जावड़ेकर जी को जरा सी भी हिचकिचाहट नहीं हुई"। मनीष सिसोदिया ने कहा कि एक ऐसा मामला जिस के फैसले का इंतजार पूरे देश की जनता, हमारी न्यायिक व्यवस्था, निर्भया के माता-पिता, देश की हर लड़की, हर लड़की का भाई, हर लड़की के माता-पिता कर रहे हैं, आप इतने संवेदनशील मुद्दे पर झूठ बोल रहे हो।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दिलवाने के पक्ष में दिल्ली सरकार है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जी पर पलटवार करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि पुलिस प्रशासन आपके हाथ में, गृह मंत्रालय आपके हाथ में, तिहाड़ जेल का प्रशासन आपके हाथ में, डीजी की नियुक्ति आपके हाथ में और आप कह रहे हैं कि दिल्ली सरकार ने नहीं किया। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि दिल्ली पुलिस आपकी जिम्मेदारी है या नहीं है? दिल्ली में कानून व्यवस्था को अमल में लाना आपकी जिम्मेदारी है या नहीं है? तिहाड़ जेल के डीजी की नियुक्ति और तिहाड़ का प्रशासन आपके हाथ में है या नहीं है? जब कभी आप की चोरी पकड़ी जाती है, तो आप लोग अपनी गलतियों का ठीकरा दूसरों पर फोड़ कर जनता को बरगलाने में लग जाते हो, आप लोग अपनी जिम्मेदारी लोगे या नहीं?
हम जानते हैं कि दिल्ली में चुनाव हैं और आपके पास न तो कोई मुद्दा है और न ही आपने ऐसा कोई काम किया है, जिसके आधार पर चुनाव लड़ सको, आपके पैरों तले से जमीन खिसक गई है। लेकिन इतने संवेदनशील मुद्दे पर इतनी घटिया बयानबाजी मत करो प्रकाश जावड़ेकर जी। आप पूछिए गृह मंत्रालय से, अमित शाह जी से, कि दिल्ली पुलिस का कंट्रोल अमित शाह जी के पास है, तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारी क्यों नहीं निभाई? आप अमित शाह जी से पूछिए कि जब तिहाड़ का प्रशासन उनके अधीन आता है, तो उन्होंने कोई कार्यवाई क्यों नहीं की, क्यों वह अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं?
मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जी से प्रश्न पूछते हुए कहा, जब आपकी जिम्मेदारी थी, तो आपने कार्यवाई क्यों नहीं की? यदि आप से कुछ नहीं हो पा रहा तो मात्र 2 दिन के लिए पुलिस प्रशासन दिल्ली सरकार के अधीन दे दीजिए, हम निर्भया के दोषियों को फांसी पर चढ़ा कर दिखाएंगे।